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पुलिस मुठभेड़ में घायल हुआ 25 हज़ार का इनामी बदमाश
सिपाही की एके-47 छीनकर मोहसिन फायरिंग करते हुए भागने लगा। जवाबी फायरिंग की पुलिस की गोली पैर में लगने से मोहसिन घायल हो गया।

आनंद सिंह चौहान
कानपुर नगर। शहर में पिछले तीन दशक से कई गैंग सक्रिय थे। पुलिस ने इनके खात्में के लिए ऑपरेशन शुरू किया। कुछ मारे गए और जो बचे वो सलाखों के पीछे हैं। डी -2 और डी-39 के लिए गैंग का सफाया लगभग हो चुका है, पर पिछले दो सालों से पुलिस कस सिरदर्द खड़खड़ गैंग बना हुआ था। कानपुर साउथ की कमान संभालते ही एसपी रवीना त्योगी ने गैंग के बदमाशों की पूरी कुंडली खंगाली और फिर एक-एक कर अपराधी खाकी की गिरफ्त में आते गए। बिते दिनों इसी गैंग से जंगलों में पुलिस की मुठभेड़ हुई थी और एक बदमाश को गोली लगी थी। पुलिस ने इसके सरगना शदाब को धरदबोचा। गैंग की कमान सिराज ने संभाल ली, जो देररात पुलिस के साथ मुठभेड़ के बाद घायल हो गया।

एसपी साउथ रवीना त्यागी ने बताया कि नौबस्ता थाना क्षेत्र में 25 हजार का इनामी बदमाश सिराज अपने सहयोगी के साथ कहीं जा रहा था। उसी समय पुलिस ने उसका पीछा किया गया। पीछा करने के दौरान बदमाशों के तरफ से फायरिंग की गई जिसमें पुलिस के एक जवान राष्ट्रपाल को भी दाहिने हाथ में गोली लगी है। फिलहाल दोनों घायलों का कांशीराम अस्पताल में इलाज कराया जा रहा। वहीं सिराज का दूसरा साथी रिंकू के लिए पुलिस कांबिंग अभियान चला रही है।
देररात पुलिस की गोली से सरगना घायल
बीते दिनों खड़खड़ गैंग ने एक कारोबारी से करीब साढ़े चार लाख रूपए लूटे थे। इसी के बाद एसपी रवीना त्यागी ने इस गैंग के खात्में के लिए खुद कमान अपने हाथ में ले ली। 17 दिनों से सिराज और नासिर की तलाश सर्विलांस के जरिए पुलिस कर रही थी। साथ इन्हें दबोचने के लिए मुखबिर भी लगा रखे थे। देररात पुलिस को सूचना मिली की खड़खड़ गैंग का सरगना सिराज व उसका साथी वारदात कां अंजाम देने के लिए यशोदानगर के फहीमाबाद चौराहे पर खड़ा है। जानकारी मिलते ही किदवई नगर पुलिस तत्काल एकशन में आई और बदामशों को घेर लिया। अपने को घिरता देख सिराज व नासिर बाइक पर सवार होकर भागने लगे। पुलिस ने पीछा किया तो सिराज ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में 25 हजार का इनामी बदमाश सिराज पुलिस की गोली लगने से घायल हो गया। जबकि एक पुलिसकर्मी को भी गोली लगी। जिन्हें अस्पताल में एडमिट करवाया गया है।
श्याम नगर में किराना कारोबारी पिता-पुत्र को लूटने वाले खड़खड़ गैंग के शातिर मोहसिन का दुस्साहसिक कारनामा सामने आया था। पुलिस ने गैंग के सरगना शदाब और मोहसिन को अरेस्ट कर लिया था। लेकिन चकेरी के जीटी रोड स्थित काकोरी गांव के पास पुलिस की जीप खराब हो गई। मौका पाकर सिपाही की एके-47 छीनकर मोहसिन फायरिंग करते हुए भागने लगा। जवाबी फायरिंग की पुलिस की गोली पैर में लगने से मोहसिन घायल हो गया। एके-47 को कब्जे में लेकर पुलिस ने मोहसिन को कांशीराम ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया था। पुलिस ने सरगना और मोहसिन को जेल भेज सिराज की तलाश शुरू कर दी थी, जिसे मुठभेड़ के बाद दबोच लिया गया।
खड़खड गैंग के सरगना की गिरफ्तारी के बाद गैंग की कामन सिराज ने संभाली हुई थी। गैंग में एक दर्जन सदस्य हैं। एसपी रवीना त्यागी ने बताया कि देररात नासिर और सिराज बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए खड़े थे। पुलिस की घेराबंदी के बाद दोनों खेतों की तरफ भागे। सिराज ने पुलिस पर गोली चला दी। जवाबी कार्रवाई में सिराज को पुलिस को गोली लगी। जबकि उसका दूसरा साथी खेतों के जरिए भागने में सफल रहा। पुलिस ने इसके पास एक तमंचा और जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। मुठभेड़ में सिपाही राष्ट्रपाल को भी गोली लग गई। दोनों को काशीराम ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है। एसपी के मुताबिक गैंग के अन्य अपराधियों को दबोचने के लिए पुलिस की टीम लगी हुई हैं लगभग-लगभग गैंग की कमर पूरी तरह से टूट चुकी है।