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‘पुलिस स्मृति दिवस’ में शहीद पुलिसकर्मियों के परिवार को CM योगी ने किया सम्मानित
पुलिस स्मृति दिवस पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कई अहम घोषणाएं कीं। इनमें सिपाहियों को मोटरसाइकिल का भत्ता देने, प्रदेश में पुलिस लाइन के निर्माण, थानों में बैरक बढ़ाने, शहीद पुलिसकर्मी के गांव की सड़क उसके नाम करने की घोषणा शामिल हैं।

सौरभ शुक्ला
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स के स्मृति दिवस के अवसर पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इसका हिस्सा बने। शोक परेड के बाद पुलिस फोर्स के सभी शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी गई। सीएम योगी ने इस मौके पर कहा कि बहादुर जवानों को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए उनके परिवार को आश्वस्त करना चाहता हूं कि राज्य सरकार उनके कल्याण के लिए और उन्हें हर संभव सहयोग करने के लिए हमेशा तत्पर रहेगी। बता दें, देशभर में सबसे ज्यादा पुलिसकर्मी उत्तर प्रदेश में शहीद हुए हैं। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी में शहीद पुलिसकर्मियों के परिवार को सम्मानित किया।
कार्यक्रम में सीएम योगी और राज्यपाल राम नाईक साथ उपस्थित रहे। शोक परेड के बाद सीएम योगी ने शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की। शोक धुन के दौरान 2 मिनट का मौन रखा गया।
बताया गया कि देशभर में पिछले एक साल 414 जवान शहीद हुए हैं। इसी तरह उत्तर प्रदेश पुलिस के 67 पुलिसकर्मियों ने शहादत है। शोक दिवस परेड में शामिल सीएम योगी ने अपने संबोधन में कहा, ‘प्रदेश के अपने बहादुर पुलिस जवानों से मैं यही आग्रह करूंगा कि वे अपनी पूरी ईमानदारी और कर्तव्य परायणता के साथ अपने दायित्वों का पालन करें।’ उन्होंने कहा कि पुलिस बल के वीर शहीदों ने अपने सर्वोच्च बलिदान और त्याग से उत्तर प्रदेश शासन और पुलिस विभाग का गौरव बढ़ाया है।
पुलिस भर्ती का जिक्र करते हुए सीएम योगी ने कहा, ‘राज्य सरकार पुलिस बल की कमी को दूर करने और उनकी कार्यकुशलता बढ़ाने के लिए भर्ती की प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ा रही है।’ उन्होंने कहा, ‘वर्ष 2018 में घोषित परिणाम के अनुसार 29,303 पुलिस आरक्षी प्रशिक्षणरत हैं, जिनमें 5,341 महिला आरक्षी, 20,134 पुरुष आरक्षी, 3,828 पीएसी के जवान भी हैं। साथ ही 42,000 पुलिस कर्मियों की भर्ती प्रचलित है, इसमें और तेजी लाने के लिए अगले चरण में 51,216 पुलिस कर्मियों की भर्ती का भी कार्यक्रम भी घोषित किया गया है।
बता दें, देश में सभी राज्यों और पैरामिलिट्री फोर्स में शहीद होने वालों में उत्तर प्रदेश के पुलिसकर्मियों की संख्या सबसे ज्यादा है। शहादत देने वालों में उत्तर प्रदेश के 67 पुलिसकर्मी, बीएसएफ के 42, आइटीबीपी के 34, आरपीएफ के 25, कश्मीर के 46 और छत्तीसगढ़ के 25 पुलिसकर्मियों ने शहादत दी है। आतंकवाद से जूझ रहे जम्मू कश्मीर और नक्सलियों का गढ़ कहे जाने वाले छत्तीसगढ़ से भी ज्यादा उत्तर प्रदेश में पुलिस कर्मियों की जान गई है।
सीएम ने कहा कि प्रदेश का अपराधमुक्त बनाने के लिए आदेश दिया गया। अपराधमुक्त बनाने के लिए पुलिस ने अच्छा काम किया है। बता दें 21 अक्टूबर 1959 को चीन की लद्दाख़ सीमा पर शहीद सीआरपीएफ जवानों की याद में पुलिस स्मृति दिवस मनाया जाता है। जानकारी के अनुसार 1 सितंबर 2017 से 30 अगस्त 2018 के बीच पूरे देश मे 414 पुलिसकर्मी शहीद हुए। इनमें सबसे ज्यादा 67 पुलिसकर्मी यूपी के रहे।