
मनप्रीत कौर
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेरा बूथ सबसे मजबूत संवाद के साथ भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं से एक बार फिर बतचीत की। इस संवाद में वह आगरा, दमोह, करौली-धोलपुर, मैसूरू और रायपुर लोकसभा सीट के कार्यकर्ताओं के साथ शामिल हुए। पीएम ने अपने संवाद की शुरुआत नवरात्री की शुभकामनाओं से करते हुए कहा कि मेरे लिये यह सौभाग्य की बात है की नवरात्री के पहले ही दिन देशभर के कार्यकर्ताओं से बातचीत का अवसर मिल रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारी आज की यह बातचीत हम सबको देश के लिए, गांव-गरीब के लिए और अधिक ऊर्जा और अधिक प्रतिबद्धता के साथ काम करने के लिए प्रेरित करेगी। उन्होंने कार्यकर्ताओं से बातचीत के दौरान कहा कि चुनाव जीतना हमारे लिए किसी को परास्त करने का अहंकार नहीं है, हमारे लिए ये सेवा करने का एक अवसर मिलने जैसा है।
पीएम ने एकबार फिर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि हम सुख बांटने वालें हैं, वो समाज बांटने वाले हैं, हमें सुख बांटकर हर किसी की जिंदगी में सुख लाने का प्रयास करना है, उनका समाज बांटकर खुद के परिवार का भला करने का सपना है। भारतीय संस्कृति नित्य नूतन चिर पुरातन है। भारत के पास वो सांस्कृतिक विरासत है जिसकी आवश्यकता पूरी दुनिया को है। दुनिया के सामने खड़ी चुनौतियों के बीच जीवन जीने की कला सिखाती हमारी संस्कृति एक आशा की किरण है।
नरेंद्र मोदी ने नमो एप के जरिए की कार्यकर्ताओं से बात।
आजादी के बाद दशकों तक यह माना जाता था कि भारत सपेरों और चूहे पकड़ने वालों का देश है और सबसे बदतर स्थिति ये रही कि देश पर दशकों तक शासन करने वाले राजनीतिक वर्ग ने इन हास्यास्पद बातों को बढ़ावा दिया।
पीएम मोदी ने कहा कि पांच राज्यों में चुनाव होने वाले हैं। छोटी-छोटी चीजों में तनाव पैदा किए जाएंगे और एक दूसरे को लड़वाने की कोशिश की जाएगी। लेकिन आपको लड़ना नहीं है।
कार्यकर्ताओं से बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने कई बार कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लिया, उन्होंने कहा, आपने कई बार ऐसी तस्वीर देखी होगी, जिसमें भारत के एक प्रधानमंत्री विदेशी मेहमान के साथ हैं और एक सपेरा बीन बजा रहा है। क्या हमारा आत्मसम्मान इतना गिरा हुआ है।
इसी बीच उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी बाजपेयी को भी याद किया। उन्होंने कहा कि अटल जी ने सबको विश्वास में लेकरर तीन राज्यों का निर्माण किया लेकिन कांग्रेस ने तेलंगाना और आंध्र प्रदेश का बंटवारा कर दिया, एक ही भाषा बोलने और प्रदेश वालों को बांट दिया गया, दुश्मन बना कर रख दिया है कांग्रेस पार्टी ने। इसके बाद पीएम मोदी ने विपक्ष के महागठबंधन पर कटाक्ष करते हुए इसे एक असफल विचार बताया। उन्होंने इस दौरान कर्नाटक का भी उदाहरण दिया और कहा कि मध्यप्रदेश और यूपी में भी इसी ओर बढ़ रही है।