
मनप्रीत कौर
नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी पंचतत्व में विलीन हो गए है। उनका अंतिम संस्कार दिल्ली के स्मृति स्थल में राजकीय सम्मान के साथ हुआ। बेटी नमिता भट्टाचार्य ने वाजपेयी को मुखाग्नि दी। स्मृति स्थल पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, पीएम मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, लालकृष्ण आडवाणी समेत तमाम नेताओं ने श्रद्धांजलि दी।
अंतिम दर्शन को उमड़ा जन सैलाब
सबके चहेते नेता अटल बिहारी वाजपेयी की अंतिम दर्शन के लिए दिल्ली की सड़कों पर लोगों का जनसैलाब उतर आया है। अंतिम दर्शन में सड़कों के किनारे लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। सभी लोग वापपेयी जिंदाबाद के नारे लगाए। वाजपेयी अमर रहे के जयघोष से दिल्ली गुंजायमान है।
इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी की अंतिम यात्रा में शुक्रवार को जनसैलाब उमड़ पड़ा। वाजपेयी की अंतिम यात्रा में उनके पार्थिव शरीर को लेकर जा रहे वाहन के पीछे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पैदल चल रहे थे। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, कई केन्द्रीय मंत्री और विजय रूपाणी, शिवराज चौहान, योगी आदित्यनाथ और देवेन्द्र फडणवीस समेत कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए राष्ट्रीय स्मृति स्थल ले जा रहे वाहन के पीछे चल रहे थे। लंबी बीमारी के बाद वाजपेयी का 93 वर्ष की आयु में कल शाम एम्स में निधन हो गया था।
भूटान नरेश ने भी किया अंतिम दर्शन
इससे पहले बड़ी संख्या में समर्थक उनके दर्शन के लिए पहुंच अंतिम दर्शन किए । भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामगील वांगचुक दिल्ली पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
सात दिन का राष्ट्रीय शोक
इससे पहले अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के बाद भारत सरकार ने सात दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है। कई राज्य सरकारों ने भी सात दिन के राजकीय शोक का ऐलान किया है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब समेत कई राज्यों ने एक दिन की सरकारी छुट्टी का ऐलान किया है। सुप्रीम कोर्ट ने भी आज सभी कार्यालयों को हाफ डे तक खोलने का निर्देश दिया है।