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जिस एक्सप्रेस-वे पर उतरे थे फाइटर प्लेन, वहां 50 फीट गड्ढे में जा गिरी कार
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर बुधवार सुबह सर्विस लेन धंसने से एक कार खाई में गिरकर फंस गई। हालांकि कार में सवार चारों लोगों को सही-सलामत बाहर निकाल लिया गया। यूपीडा ने थर्ड पार्टी एजेंसी को जांच का जिम्मा सौंपा है।

अखिलेश कुमार
लखनऊ। लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे करोड़ो की लागत से बनें सर्विस रोड धंस गई, जिसकी वजह से भीषण हादसा हो गया। लग्जरी गाड़ी 50 फीट गहरे गड्ढे के बीचों बीच फंस गई। कई घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद गाड़ी में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। हादसे के बाद से लोगों में दहशत का माहौल है। मालूम हो कि ये वही एक्सप्रेस-वे है जिसके उद्घाटन में फाइटर प्लेन उतरे थे। अखिलेश यादव ने इसे अपनी सरकार की एक बड़ी उपलब्धि बताया था। जानकारी के मुताबिक, पिछले कई दिनों से हो रही लगातार बारिश के चलते इसके नीचे कटान हो गया था। बुधवार (01 अगस्त) की सुबह करीब 6 बजे कार सवार चार लोग कन्नौज जा रहे थे।
वहीं, मामला सामने आने के बाद यूपीडा ने थर्ड पार्टी एजेंसी को जांच का जिम्मा सौंपा है।जो 15 दिनों के अंदर मामले की जांच करेगी। यूपीडा के प्रेस नोट के मुताबिक, एक्सप्रेस-वे के निर्माण एजेंसी ही मरम्मत का कार्य करेगी। लगातार हो रही बारिश के चलते सभी एजेंसियों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए।
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर थाना डौकी के वाजिदपुर की पुलिया के पास भारी बारिश के बाद सर्विस रोड धंस गई। जानकारी के मुताबिक, बुधवार (01 अगस्त) सुबह मुंबई से कार खरीदकर कुछ लोग एक्सप्रेस-वे से कन्नौज जा रहे थे। वाजिदपुर की पुलिया के पास गाड़ी सर्विस रोड के बगल में हुए 50 फीट गहरे गड्ढे में गिर गई। बताया जा रहा है कि गाड़ी में चार लोग सवार थे, जो गड्ढे में बीचों बीच फंस गए।
हादसे के बाद वहां से गुजर रहे यात्रियों ने पुलिस और एक्सप्रेस वे सुरक्षा टीम को सूचना दी। राहगीरों ने फंसे हुए लोगों को बचाने का काम शुरू किया। राहत और बचाव के लिए लोगों ने एक्सप्रेस वे सुरक्षा टीम को सूचना दी। मौके पर पहुंची क्रेन की मदद के पहले गाड़ी में फंसे लोगों को बाहर निकाला गया बाद में गाड़ी को बाहर निकालने का प्रयास किया गया। लेकिन, क्रेन का पटा टूटने के चलते गाड़ी एक बार फिर से उसमें फंस गई। बमुश्किल गाड़ी को निकाला जा सका है। इस हादसे में गनीमत रही कि कोई हताहत नहीं हुआ। लेकिन, इस हादसे ने निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर प्रश्नचिन्ह जरूर लगा दिए गए हैं।