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एक और नाबालिग हुई दरिंदगी की शिकार आरोपियों की धरपकड़ के लिये पिता संग पुलिसिया परिक्रमा कर रही पीड़िता
8 दिनों तक बंधक बना हैवानों ने की हैवानियत की सारी हदें पार।

शादाब हुसैन
बहराइच। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भले ही प्रदेश में महिलाओं और लड़कियों को बेहतर सुरक्षा व उनकी शिकायतों को प्राथमिकता के आधार पर उसके त्वरित निस्तारण करने के दावे कर रही है लेकिन उसके यह दावे जिलों मे खोखले साबित होते दिख रहे हैं। बच्चियों के खिलाफ बढ़ रहे अपराधों पर लगाम कसने में उत्तर प्रदेश पुलिस एक तरह से नाकाम ही साबित हो रही है। कई मामले तो ऐसे हैं कि पुलिस नाबालिगों के साथ हूई दरिंदगियों की प्राथमिकी बिना दर्ज किये ही मामले को कहीं आपसी रंजिश, तो कहीं प्रेम प्रसंग बता कर अपना पल्ला झाड़ रही है। ऐसे शहर के थाना दरगाह शरीफ इलाके की एक 14 वर्षीय नाबालिग को बंधक बनाकर गैंगरेप करने का एक ऐसा ही सनसनीखेज़ मामला सामने आया है जिसमे एक और निर्भया दरिंदगी की शिकार हुई है।
इस नाबालिग का अपहरण कर 8 दिनों तक दरिंदों ने उसके साथ दरिंदगी की जिसके बाद पुलिस को शिकायत की गयी तब जाकर पिता को अपनी अपहरित की बेटी वापस मिल सकी। नाबालिग अपने पिता के साथ अब पुलिस के चक्कर लगा रही है और अपने साथ हूई हैवानियत की शिकायत कर रही है लेकिन उसकी एफआईआर दर्ज करना जिले की पुलिस को शायद गवारा नहीं है। पीड़िता अपने पिता संग दिनांक 19-7-18 को पुलिस कप्तान से मिलने पहुंची तो उसे वहां भी कार्यवाही के नाम पर आश्वासन देकर बहला दिया गया। हालांकि पुलिस कप्तान ने सम्बन्धित थानाध्यक्ष को त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश ज़रूर दे दिये हैं। अब देखना है कि क्या पुलिस पीड़ित की प्राथमिकी दर्ज कर आरोपियों को सलाखों के पीछे कर सकेगी।
बताते चलें कि दरगाहशरीफ थाना इलाके के बेहननपुरवा निवासी पीड़िता के पिता का आरोप है की श्रावस्ती निवासी तीन युवकों ने पहले तो उसकी बेटी का अपहरण किया और फिर उसको 8 दिनों तक बंधक कर उसके साथ सामूहिक रूप से दरिंदगी को अंजाम दिया। बेटी के अचानक गायब होने से परेशान पिता ने उसकी तलाश शुरू की जिसके करीब 8 दिनों बाद पुलिस के ज़रिये बेटी तो वापस घर छोड़ दी गई लेकिन इस मामले पर कोई भी कार्रवाई नहीं हुई। पीड़ित परिजन के अनुसार अपहरण करने आये दबंग मौके पर अपनी मोटरसाइकिल भी छोड़ कर भाग गये थे। जिसकी जानकारी स्थानीय पुलिस को दी गई थी बावजूद इसके आज तक न तो पीड़िता का मेडिकल परीक्षण करवाया गया और न ही आरोपियों को पकड़ा गया है। अपने पिता के साथ एसपी कार्यालय पहुची नाबालिग ने 3 लोगों पर अपहरण और बंधक बना कर गैंगरेप करने की बात कही है। पिता के साथ एसपी ऑफिस पहुची नाबालिग ने पुलिस अधीक्षक को अपनी आपबीती सुनाई जिस पर त्वरित दरगाह थाना पुलिस को कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं। वही पुलिस इस मामले को प्रेम प्रसंग का विवाद बता रही है पुलिस के मुताबिक आरोपी दबंगों के गाँव में ही पीड़िता की बहन की ससुराल है जिससे उसका वहां आना जाना था और इसी से मामला सामने आया है।
सवाल यह है कि अगर पुलिस की ही बात मान ली जाये तो क्या एक नाबालिग को प्रेमप्रसंग के जाल में फंसा उसके साथ दरिंदगी अंजाम देना संगीन जुर्म नहीं है आखिर पुलिस ने आरोपियों के विरुद्ध पाक्सो एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज क्यों नहीं की। क्या यही है सभाराज पुलिस की बेहतर पुलिसिंग व्यव्यस्था।अब देखना होगा कि योगीराज इस पीड़िता को कब तक न्याय मिलता है।