
कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 में साइना नेहवाल ने बैडमिंटन महिला सिंगल्स के फाइनल मुकाबले में हमवतन पीवी सिंधु को हराकर गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया।
मनप्रीत कौर
नई दिल्ली। साइना नेहवाल भारतीय राष्ट्रमंडल खेलों में दो स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी बन गई हैं। गोल्ड कोस्ट कामनवेल्थ खेलों के अंतिम दिन बैडमिंटन महिला सिंगल्स के मुकाबले में पूर्व वर्ल्ड नंबर एक खिलाड़ी साइना नेहवाल ने रिओ ओलिंपिक की रजत पदक विजेता पी.वी सिंधु को हराकर गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया। सिंधु को फाइनल मैच हारकर सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा।सिंधु को भले ही सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा हो, लेकिन वह 2014 में ग्लास्गो में हुए कामनवेल्थ खेलों में मिले ब्रॉन्ज मेडल के रंग को बदलने में कामयाब रही हैं।
साइना नेहवाल का यह CWG खेलों में दूसरा गोल्ड मेडल है
वर्ल्ड नम्बर-12 सायना ने इससे पहले 2010 में राजधानी दिल्ली में आयोजित राष्ट्रमंडल खेलों में भी स्वर्ण पदक अपने नाम किया था।लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता सायना ने सिंधु को 56 मिनट तक चले इस मैच में 21-18, 23-21 से मात देकर राष्ट्रमल खेलों का दूसरा गोल्ड मेडल अपने नाम किया। इससे पहले साइना टीम स्पर्धा में खेलते हुए भारत को 2018 कामनवेल्थ खेलों में गोल्ड मेडल दिला चुकीं हैं।
कड़े मुकाबले में साइना ने जीता पहला सेट
साइना ने पहले गेम में अच्छी शुरुआत की। उन्होंने 8-4 से बढ़त हासिल की। अधिक अनुभवी होने के कारण सायना ने सिंधु को अधिक अंक नहीं लेने दिए। हालांकि, सिंधु ने अच्छी वापसी करने की कोशिश की और स्कोर 18-20 कर लिया। यहां साइना ने एक अंक लेते हुए गेम 21-18 से अपने नाम कर लिया।
दूसरे सेट को जीतने के लिए साइना को करनी पड़ी कड़ी मशक्कत
दूसरे गेम में वर्ल्ड नम्बर-3 सिंधु ने अच्छी शुरुआत की थी। उन्होंने 7-5 से बढ़त हासिल की। साइना ने अंक लेते हुए स्कोर 8-10 कर लिया। सिंधु ने यहां फिर अंक लेते हुए 16-14 से फिर बढ़त हासिल कर ली। वह अच्छे अंक लेते हुए बढ़त बनाए हुए थी, लेकिन साइना ने अपने अनुभव का फायदा उठाते हुए शानदार वापसी की और 20-20 से बराबरी कर ली। इसके बाद, साइना ने यहां फिर 21-20 से बढ़त बनाई। सिंधु ने एक अंक लेकर 21-21 से स्कोर बराबर कर लिया, लेकिन साइना ने दो अंक बटोरने के साथ ही 23-21 से दूसरा गेम अपने नाम करने के साथ स्वर्ण पदक पर कब्जा जमा लिया।